Makar Sankranti Essay in Hindi 500 Words For Class 1,2,3,4,5,6- मकर संक्रांति पर निबंध 500 शब्दों में

Makar Sankranti Essay in Hindi 500 Words: हम आपको Class 1,2,3,4,5,6 के लिए मकर संक्रांति पर 500 शब्दों का निबंध प्रोवाइड कर रहे हैं। ये निबंध आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी।

Makar Sankranti Essay in Hindi 500 Words

Makar Sankranti Essay in Hindi 500 Words | मकर संक्रांति पर निबंध 500 शब्दों में

प्रस्तावना

मकर संक्रांति का त्यौहार सर्दियों में मनाया जाने वाला हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार तिल , गुड़ का प्रमुख रूप से त्यौहार होता है। इस यह त्यौहार में बच्चों से लेकर बड़े और बूढ़े सभी बहुत ही उत्साहित रहते हैं। इस त्यौहार की विशेष बात यह है कि ये सभी त्योहारों की भांति भिन्न भिन्न तारीखों पर नहीं मनाया जाता है। बल्कि 14 जनवरी को ही हमेशा मनाया जाता है।

मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है?

मकर संक्रांति का सीधा संबंध सूर्य और पृथ्वी के भूगोल से है। जब भी सूर्य मकर रेखा में प्रवेश करता है,तो वह दिन 14 जनवरी का होता है।ज्योतिष की दृष्टि से से देखे तो इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है। और सूर्य की उत्तरायण गति प्रारंभ होती है। सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करने को ही मकर संक्रांति कहते है। कभी कभी सूर्य की भौगोलिक स्थिति में बदलाव के कारण इन तारीखों में उतार चढ़ाव हो जाता है यानी कभी 13 या 15 को भी हो सकती है।

क्षेत्र के अनुसार नाम और मकर संक्रांति मनाने के तरीके (Makar Sankranti Essay in Hindi 500 Words)

मकर संक्रांति का त्यौहार सम्पूर्ण भारत वर्ष के भिन्न भिन्न राज्यों में सूर्य पूजा के रूप में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग किसी भी पवित्र नदी में स्नान करते है और लोग इस दिन नए नए कपड़े पहनते है और तरह तरह के पकवान बनते है। कई जगह तो लोग पतंगों को उड़ाते है और पतंग प्रतियोगिताएं करते हुए इस त्यौहार का आनंद उठाते है।

इस दिन प्रयागराज की त्रिवेणी ( गंगा ,यमुना ,सरस्वती ) का बहुत ही महत्व है लोग दूर दूर से तीर्थस्थलों में पहुंच कर स्नान करना बहुत ही शुभ मानते है। इस दिन लोग गुड़ ,तिल का प्रयोगों जरूर करते है। मिठाइयां ,तीखा चटपटा हर तरह का पकवान बनाया जाता है।

महाराष्ट्र,,कर्नाटक,केरल,गोवा ,मध्य प्रदेश ,आंध्रप्रदेश में इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। पंजाब, हरियाणा में इसे पोंगल,बंगाल में पोस संक्रांति,बिहार ,उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में संक्रांत और पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसे खिचड़ी कहा जाता है। मकर संक्रांति के दिन अलग अलग राज्यों में अलग अलग तरह के पकवान बनाए जाते है। लेकिन इस दिन उड़द या मूंग की दाल की खिचड़ी खाने का प्रचलन मुख्यता हर राज्यों में होता है।

उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में संक्रांति के एक दिन पहले मूंग और उड़द की दाल के बड़े मुगौड़े बनाने खाने का प्रचलन है। जिसे लोग वहां तिलैया के नाम से जानते है

इस दिन दान करने का महत्व

मकर संक्रांति के दिन दान करने का बहुत ही महत्व होता है। इस दिन स्नान और दान का बहुत ही महत्व है। इसमें विवाहित हो या अविवाहित सभी लोगों का अपनी राशि के अनुसार तिल ,गुड ,खिचड़ी ,एवं फल मिठाई का दान बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन दान करने से सूर्य देवता प्रसन्न होते है और मनोकामना पूर्ण करते है।

उपसंहार (Makar Sankranti Essay in Hindi 500 Words)

मकर संक्रांति का त्यौहार सर्दियों के अंत के प्रतीक के रूप में मानते है और इसी बहाने लोग अपनी भाग दौड़ की ज़िंदगी से थोड़ा अलग होकर अपनो को थोड़ा समय देते है।और एक नए मौसम का स्वागत करते है।साथ में पतंग बाजी करते है।तरह तरह के पकवान खाते है और एक दूसरे को खिलाते है।

दोस्तों ये था मकर संक्रांति पर निबंध 500 शब्दों में (Makar Sankranti Essay in Hindi 500 Words)

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Leave a Comment