Poem on Republic Day in Hindi – गणतंत्र दिवस पर कविता

Poem on Republic Day in Hindi: 26 जनवरी का दिन भारतीय इतिहास में एक विशेष स्थान रखता है। 1950 में भारतीय संविधान की स्वीकृति के बाद, इस दिन को हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन हमें अपने लोकतंत्र की महानता और गणराज्य के रूप में भारत की ताकत की याद दिलाता है। इस दिन, देशभर में सरकारी और निजी स्कूलों, कॉलेजों और संस्थाओं में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं और समारोह आयोजित किए जाते हैं। यदि आप गणतंत्र दिवस पर किसी कविता प्रतियोगिता का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो हम आपको कुछ सुंदर और प्रेरणादायक कविताएं प्रस्तुत कर रहे हैं, जिन्हें आप अपनी प्रस्तुति के लिए उपयोग कर सकते हैं।

Poem on Republic Day in Hindi
Poem on Republic Day in Hindi

गणतंत्र दिवस पर छोटी सी कविता 

गणतंत्र दिवस के अवसर पर

सुरज की किरणें जागे, ध्वज फहराए आसमान में,
आज हम सब मिलकर गाए, इक आवाज़ हिंदुस्तान में।
चमकते हैं आँखों में सपने, भारत के सुनहरे,
गणतंत्र का पर्व है आया, ये दिन हमारे सपनों के।

शौर्य, बलिदान की गाथाएँ, चुपके से गुनगुनाती हैं,
वीरों की शहादत में बसी, यह धरती हर्ष से मुस्काती है।
आज भी याद करते हैं हम, उन शहीदों की कुर्बानी,
जिन्होंने स्वराज का सपना, किया था सच अपनी जवानी।

आज़ादी की यह बगिया, खिला हर रंग में नित नया,
संविधान की शक्ति से, नयी ऊँचाई को छुआ।
हम एक हैं, हम सब हैं, जब तक है ये धरती,
गणतंत्र का पर्व मनाएं, एकजुट रहें हम सब बहती नदी।

हर दिल में भारत की शान हो, हर आँख में यह सपना,
गणतंत्र दिवस की ये रातें, बिछाएँ हों सम्मान का छत।
सपने हमारे बड़े हैं, और सच होने चाहिए,
गणतंत्र दिवस की खुशी में, हर दिल से शोर होना चाहिए।

छब्बीस जनवरी का दिन

गणतंत्र की गगनचुंबी गाथा, याद रखेंगे हम सभी,
हिंद की धरती पर मिटी, भूले नहीं जो तिरंगी।
हर दिल में एक सपना था, लहराने तिरंगे के संग,
हर वतन-प्रेमी की आवाज़ में, था संघर्ष का रंग।

सदियों की पीड़ा, शांति की ओर बढ़ते कदम,
स्वतंत्रता का गीत गाते, हिम्मत से बढ़ते हम।
संविधान के दीप से जलती, न्याय की ज्योति हर जगह,
समानता का हर झंडा लहराता, हममें शक्ति का संकल्प रहे।

गणतंत्र दिवस की बेला में, हम याद करें उन वीरों को,
जिन्होंने अपने जीवन को दी, उस स्वराज की नन्ही जोड़ी को।
प्यारे भारत की संजीवनी, संविधान का वही अलंकरण,
जो एक नई दिशा दिखलाता, और हमारे भीतर पैठता समर्पण।

आओ, फिर से संकल्प लें, अपने देश की शान बढ़ाएं,
देशभक्ति की रंगीन तस्वीरें, हकीकत में हम रंग लाएं।
गणतंत्र का उत्सव है सजीव, हर दिल में देशप्रेम का वास हो,
यही संकल्प हो हमारा, जीवन की सबसे बड़ी आवाज़ हो।

26 जनवरी पर कविता

आओ तिरंगा लहराये।

आओ तिरंगा फहराये॥

अपना गणतंत्र दिवस है आया।

झूमे, नाचे, खुशी मनाये॥

अपना गणतंत्र दिवस,

खुशी से मनाएंगे।

देश पर कुर्बान हुये शहीदों पर,

श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे॥

26 जनवरी 1950 को,

अपना गणतंत्र लागू हुआ था।

भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ . राजेन्द्र प्रसाद ने झंडा फहराया था।

मुख्य अतिथि के रुप में सुकारनो को बुलाया था,

थे जो इंडोनेशियन राष्ट्रपति,

भारत के भी थे हितैषी।

था वो ऐतिहासिक पल हमारा,

जिससे गौरवान्वित था भारत सारा॥

विश्व के सबसे बड़े संविधान का खिताब हमने पाया है।

पूरे विश्व में लोकतंत्र का डंका हमने बजाया है॥

इसमें बताये नियमों को अपने जीवन में अपनाये,

थाम एक दूसरे का हाथ आगे-आगे कदम बढ़ाये,

आओ तिरंगा लहराये,

आओ तिरंगा फहराये,

अपना गणतंत्र दिवस है आया,

झूमे, नाचे, खुशी मनाये॥

निष्कर्ष 

आज का यह लेख यहीं पर समाप्त होता है। आज के इस लेख में हमने Poem on Republic Day in Hindi बताया है। उम्मीद करते हैं यहां ऊपर दी गई गणतंत्र दिवस पर कविताएं आपको पसंद आई होगी। यदि इस तरह की और भी कविताएं आपको चाहिए तो आप कमेंट के माध्यम से हमें बता सकते हैं। हम आपके लिए ऐसे ही कविताओं की बेहतरीन कलेक्शन प्रस्तुत करेंगे।

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