इस साल देश में भारतीय प्रवासी दिवस 8 जनवरी से 10 जनवरी तक मनाया जाएगा। जिसमें 50 देशों के भारतीय प्रवासी ने अपना नामांकन कराया है। यह सम्मेलन उड़ीसा राज्य के राजधानी भुवनेश्वर में सम्पन्न कराया जाएगा । जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य की राष्ट्रपति महामहिम क्रिस्टीन कार्ला कगालू संबोधन करेंगे। इसमें भारतीय प्रधानमंत्री और प्रवासियों के बीच विकास से संबंधित चर्चाएं होती हैं और अतीत के सेनानियों को याद किया जाता है।
Contents
भारतीय प्रवासी दिवस क्या है?
भारतीय प्रवासी दिवस हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है।प्रवासी का मतलब होता है दूसरे स्थान से दूसरे स्थान में जाकर बस जाना। जब दूसरे देश के नागरिक किसी दूसरे देश में जाकर बस जाते है तो उसे प्रवासी कहते है। जब कोई भारत का नागरिक विदेश में जाकर बस जाते है तो उन्हें भारतीय प्रवासी कहते है।
Bhartiya Pravasi Diwas 2025 Theme: भारतीय प्रवासी दिवस 2025 की थीम
हर साल भारतीय प्रवासी एक विशिष्ट थीम के आधार पर मनाया जाता है। जो एक हर भारतीय नागरिक के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस वर्ष यानी 2025 की Theme है –
विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान
भारतीय प्रवासी दिवस क्यों मनाया जाता है?
आज ही के दिन यानी 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से लौट कर भारत आए थे। और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में उन्होंने अपना योगदान दिया था। उन्हीं की याद में भारतीय प्रवासी दिवस 9 जनवरी को हर साल मनाया जाता है। सर्वप्रथम यह 2003 में मनाया गया था। इसके बाद 2015 से हर दो साल में इसे मनाने का निर्णय लिया गया। किंतु 2022 से यह हर वर्ष मनाया जाने लगा।